April 15, 2024

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श्रद्धा पूर्वक याद किए गए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर।

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श्रद्धा पूर्वक याद किए गए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर।

रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।

वैशाली! महुआ ,प्रखण्ड क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। जगह-जगह नीली रंग की झंडा सड़क के किनारे किनारे लगाई गई ।प्रभात फेरी ,जुलूस, संस्कृति कार्यक्रम एवं परिचर्चा का आयोजन भी किया गया। प्रखंड क्षेत्र के कदम चौक ,सिंघाड़ा में चलो पढ़े अभियान के तत्वाधान में भारत रत्न भीम राव अम्बेडकर जयंती समारोह का आयोजन किया।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजली किया और कहा की उनके विचारों को अपनाकर की आदर्श समाज और देश का निर्माण किया जा सकता है।
इस अवसर पर अभियान के संयोजक प्रदीप सोनी, पूर्व सरपंच शंभू पंडित, रजनीश कुमार, सुशील राम, अमरनाथ प्रसाद, मदन प्रसाद, रामस्वार्थ साह, शंभू लहाकार , कृष्णा अग्रवाल सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे। महुआ अनुमंडल क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने की सूचना प्राप्त हुई है जिसमें हरपुर बेलवा, समसपुरा ,कुशहर, गोविंदपुर, सिंघाड़ा, हुसैनीपुर, ओस्ती हरपुर ,मिर्जा नगर, भदवास ,चेहराकला, पातेपुर, सहित अन्य जगहों पर जयंती मनाई गई ।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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