बी०एन०आर० ट्रेनिंग कॉलेज में लैंगिक जागरूकता पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।
1 min read
बी०एन०आर० ट्रेनिंग कॉलेज में लैंगिक जागरूकता पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।
1 अगस्त 2024 पटना, बी०एन०आर० ट्रेनिंग कॉलेज गुलज़ार बाग पटना में सेवाकालीन शिक्षकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला के अंतर्गत लैंगिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० शाज़िया फातिमा ने बताया कि लैंगिक असमानता का तात्पर्य लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव से है। परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं को कमज़ोर वर्ग के रूप में देखा जाता है। वह घर और समाज दोनों जगहों पर शोषण अपमान और भेदभाव से पीड़ित होती हैं। इसी भेदभाव को समाप्त करने के उद्देश्य से लैंगिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। श्रीमती फातिमा ने बताया कि वैश्विक लैंगिक अंतराल सूचकांक 2020 में भारत 153 देश में 112 स्थान पर रहा। इससे साफ तौर पर अंदाजा लग जाता है कि हमारे देश में लैंगिक भेदभाव की जड़े कितनी मजबूत और गहरी हैं। इसी लैंगिक असमानता को हम सब लोगों को मिलकर समाप्त करना है। डॉ० मिन्नी कुमारी सहायक शिक्षिका बी०एन०आर० ट्रेनिंग कॉलेज ने अपने संबोधन में बताया कि लैंगिक असमानता को समाप्त कर देश की महिलाओं को मजबूत एवं सशक्त बनाया जा सकता है। लैंगिक समानता के अभाव में महिलाओं का सामाजिक आर्थिक राजनीतिक शैक्षिक रूप से शोषण हो रहा है। इसे समाप्त कर इन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सशक्त बनाना है। डा० अंजली कुमारी वरीय व्याख्याता सीटीई समस्तीपुर ने बताया कि लैंगिक असमानता को समाप्त करने के लिए सर्वप्रथम रूढ़िवादी मानसिकता को समाप्त करना होगा तभी महिलाएं खेल मनोरंजन न्याय सामाजिक आर्थिक धार्मिक राजनीतिक शैक्षणिक क्षेत्र में अग्रसर होगीं। डॉ० रविंद्र कुमार व्याख्याता डाइट जमुई ने अपने संबोधन में बताया कि महिलाओं के लिए आरक्षण सहानुभूति के समान है इन्हें सहानुभूति नहीं समानता का अधिकार देने से लैंगिक असमानता समाप्त होगी। डॉ० राकेश कुमार प्राचार्य सीटीई भागलपुर ने अपने संबोधन में बताया कि जब हम महिला और पुरुष के बैठने का स्थान अलग-अलग कर देते हैं वहीं के लैंगिक असमानता प्रारंभ हो जाती है। सभी क्षेत्रों में महिलाओं को समान अधिकार देने से ही लैंगिक असमानता समाप्त हो सकती है। कार्यक्रम में मंच का संचालन व्याख्याता समर फातमा और रूपम कुमारी द्वारा किया गया। इस मौके पर मो० मोकर्रम आसिफ नीलोफर अफरोज प्रियंका, डॉ० शारदा कुमारी, सीमा फुलेरा, डॉ० विभा कुमारी, सरचना कुमारी, रेणु कुमारी, सुलेखा कुमारी आदि मौजूद रही।