शिक्षकों, बच्चों एवं अभिभावकों के द्वारा बाल श्रम का समर्थन नहीं करने को लेकर शपथ लिया गया।

शिक्षकों, बच्चों एवं अभिभावकों के द्वारा बाल श्रम का समर्थन नहीं करने को लेकर शपथ लिया गया।
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोदीपुर गोरौल पर शिक्षकों, बच्चों एवं अभिभावकों के द्वारा बाल श्रम का समर्थन नहीं करने को लेकर शपथ लिया गया। जिला पदाधिकारी वैशाली के आदेशानुसार समाहरणालय वैशाली के ज्ञापांक 851 दिनांक 9. 6. 2025 के आलोक में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस जो प्रत्येक वर्ष 12 जून को मनाया जाता है पर शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हालांकि विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश चल रहा है और इस दौरान विद्यालय बंद है। बावजूद दर्जनों बच्चे विद्यालय पर उपस्थित होकर बाल मजदूरी के संबंध में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए एवं अपने प्रदेश को बाल श्रम मुक्त प्रदेश बनाने के लिए पूरी ईमानदारी ,संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ कार्य करने का शपथ लिया। विद्यालय के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार ने शपथ कार्यक्रम के प्रारंभ में बाल मजदूरी पर बच्चों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि बाल श्रम एक सामाजिक अभिशाप है।शिक्षा के अधिकार कानून के तहत 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून लागू है। इस उम्र के बच्चों को पढ़ाई से वंचित रखकर बाल श्रम करवाना कानूनन अपराध है।चर्चा के बाद उपस्थित सभी बच्चों एवं अभिभावकों को शिक्षक धर्मेंद्र कुमार ने 14 वर्ष से कम आयु के किसी भी बच्चे से श्रम न कराने को लेकर एवं समाज में बाल श्रम के विरुद्ध जागरूकता फैलाने हेतु निरंतर प्रयास करते रहने को लेकर शपथ दिलवाया। इस मौके पर सुजीत कुमार,स्नेहा कुमारी ,मानसी कुमारी, सूर्यमुखी कुमारी, प्रियांशु कुमारी, रागिनी कुमारी, अमृता कुमारी, स्नेहा कुमारी, साक्षी कुमारी, अजीत कुमार,सन्नी कुमार, शिवम कुमार, अंजली कुमारी, नेहा कुमारी, सोनू कुमार, आर्यन कुमार,दिवाकर कुमार, सोनाक्षी कुमारी सहित अन्य छात्र छात्रा एवं अभिभावक उपस्थित हुए।