बाल श्रम मुक्त जिला बनाने के लिए शुरू हो राष्ट्रीय मिशन

बाल श्रम मुक्त जिला बनाने के लिए शुरू हो राष्ट्रीय मिशन
स्व० कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान ने साल भर में बिहार के तीन जिलों वैशाली, सिवान एवं बक्सर जिले में बाल मजदूरी एवं बाल तस्करी के शिकार से मुक्त कराए लगभग 250 बच्चे
• बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए नागरिक समाज संगठनों के देश के सबसे बड़े नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) के सहयोगी स्व० कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान चला रहा जिले में बाल श्रम के खिलाफ अभियान
• बाल मजदूरी के खात्मे के लिए राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन मिशन शुरू करने और इसके लिए पर्याप्त संसाधनों के आवंटन की मांग
• 18 साल तक के बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा और पीड़ित बच्चों के पुनर्वास के लिए बाल मजदूर पुनर्वास कोष बनाया जाए..
• विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर बिहार के तीन जिलों वैशाली, सिवान एवं बक्सर जिले में बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए काम कर रहे संगठन
स्व० कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के सचिव, सुधीर कुमार शुक्ला ने कहा कि बाल अधिकारों के मोर्चे पर जिला प्रशासन व नागरिक समाज में जो सजगता व समन्वय दिख रहा है, उससे यह विश्वास जगता है कि हम जल्द ही बाल श्रम मुक्त वैशाली का सपना साकार होते देखेंगे। संगठन ने कहा कि पिछले एक साल में जिला प्रशासन के सहयोग से उसने जिले में बाल श्रम एवं बाल तस्करी के खिलाफ लगभग 50 से 60 छापामार अभियान जिले के शहरों, बाज़ारों, स्टेशन आदि पर चलाए और इस दौरान लगभग 250 बच्चों को मुक्त कराया। आज विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर भी स्व० कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान ने तीन जिलों वैशाली, सिवान एवं बक्सर जिले में छापों की कार्रवाई की और 08 बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया। इसके अलावा, जिले में इस मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें बाल मजदूरी के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया और इसके खात्मे का संकल्प लिया गया। इस दौरानबाल मजदूरी के पूरी तरह खात्मे के लिए राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन मिशन शुरू करने, इसके लिए पर्याप्त संसाधनों का आवंटन और जिलों में जिला स्तरीय चाइल्ड लेबर टास्क फोर्स के गठन की मांग की।