बिहार सरकार द्वारा पत्रकार पेंशन में की गई ऐतिहासिक वृद्धि
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बिहार सरकार द्वारा पत्रकार पेंशन में की गई ऐतिहासिक वृद्धि स्वागत योग्य शैलेश तिवारी बिहार सरकार द्वारा पत्रकार पेंशन में की गई बढ़ोतरी का अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ और ऑल इंडिया स्मॉल न्यूजपेपर एसोसिएशन ने गर्मजोशी से स्वागत किया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वरिष्ठ पत्रकारों के सम्मान और भविष्य सुरक्षा हेतु उठाए गए इस ऐतिहासिक कदम के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया है।
बता दें कि अब तक पत्रकारों को सेवानिवृत्ति के बाद मात्र 6,000 प्रतिमाह की सम्मान पेंशन मिलती थी, और उनके निधन के बाद उनके आश्रितों को 3,000 की राशि। लेकिन अब, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संवेदनशील पहल के तहत यह राशि बढ़ाकर क्रमशः 15,000 और ₹10,000 कर दी गई है। यह फैसला बिहार के हजारों वरिष्ठ पत्रकारों और उनके परिवारों के लिए न केवल आर्थिक सहारा है, बल्कि उनके मनोबल बढ़ाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
ऑल इंडिया स्मॉल न्यूजपेपर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिव शंकर त्रिपाठी, अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद दिक्षित और शैलेश तिवारी ने एक संयुक्त बयान में इस फैसले की प्रशंसा की है और इसे पत्रकार हित में साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय बताया।
ऑल इंडिया स्मॉल न्यूजपेपर एसोसिएशन और अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ के प्रतिनिधि के रूप में शैलेश तिवारी बीते वर्षों से लगातार पत्रकार पेंशन में वृद्धि की मांग कर रहे थे। संगठन का कहना है कि जिन पत्रकारों ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा निष्पक्ष पत्रकारिता में समर्पित किया, वे वृद्धावस्था में उपेक्षा का शिकार न हों। अब इस मांग को पूरा कर राज्य सरकार ने पत्रकारों के सम्मान और योगदान को उचित पहचान दी है।
बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना नियमावली-2019 के तहत वे पत्रकार पात्र होते हैं जो बिहार राज्य के निवासी हों या जिन्होंने बिहार में किसी मीडिया संस्थान में कम से कम 20 वर्षों तक सतत सेवा की हो। साथ ही आवेदक की आयु 60 वर्ष पूरी होनी चाहिए।
यह निर्णय न केवल बिहार में वरिष्ठ पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इस स्तंभ को मजबूती देने के लिए ऐसे निर्णय अत्यंत आवश्यक हैं।