जनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन संसाधन अपनाएं – गर्भ निरोधक सुई, कन्डोम, कॉपर टी व अन्य संसाधनों का करें प्रयोग
1 min readजनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन संसाधन अपनाएं
– गर्भ निरोधक सुई, कन्डोम, कॉपर टी व अन्य संसाधनों का करें प्रयोग
मोतिहारी, 8 मार्च | बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाना बेहद आवश्यक है। तभी भारत एक विकसित राष्ट्र बन सकता है। यह कहना है डॉ प्रीति गुप्ता का। डॉ गुप्ता ने बताया कि एक परिवार में सदस्यों के अधिक संख्या के कारण सभी उचित जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता। ज्यादा संख्या के कारण साधारण परिवार के मुखिया अपने बच्चों के लिये शिक्षा, स्वास्थ, जीवन जीने के साधनों का बेहतर उपाय नहीं कर सकता है। इसलिए हम दो, हमारा दो का नारा बुलंद करना होगा। हेड एएनएम मीरा सिन्हा, सुप्रिया पाण्डे, अंजली कुमारी ने बताया कि अनावश्यक गर्भधारण से बचने के लिए महिलाओं को गर्भ निरोधक सुई, कॉपर टी, कंडोम सहित अन्य संसाधनों का प्रयोग करना चाहिए।
जोर-शोर से चल रहा परिवार नियोजन अभियान
जिला में परिवार नियोजन कार्यक्रम काफी जोर-शोर से चल रहा है। केयर इंडिया की टीम स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मिलकर लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक कर रही है। केयर इंडिया के अभय कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर जिले भर में माइकिंग कराई जा रही है। ई-रिक्शा के जरिए लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी दी जा रही है। जिले के सभी प्रखंडों के सभी गांव में प्रचार-प्रसार को पहुंचाने का लक्ष्य है। 31 मार्च तक संचार अभियान चलेगा और हमलोग लक्ष्य को पा लेंगे ऐसी उम्मीद है।
दो बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखें
डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि जिला के सभी जीएनएम व एएनएम को बुलाकर जिला स्वास्थ्य समिति में लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि समाज मे जागरूकता फैल सके और जनसंख्या पर नियंत्रण हो सके। उन्होंने कहा कि दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल रखना जरूरी है। तीन साल का अंतराल रहने से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है, जिससे वह भविष्य में किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है। लड़कियों का विवाह भी सही समय पर होना चाहिए। इससे मां भी स्वस्थ रहती है। मां पर भी किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ता है।
अस्थाई संसाधनों पर दिया जा रहा है जोर
केयर डिटीएल अभय कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन के अस्थाई संसाधनों पर जोर दिया जा रहा है। लोगों को अधिक से अधिक कंडोम के इस्तेमाल करने के लिए बताया जा रहा है। साथ ही छाया और कॉपर- टी का इस्तेमाल करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह परिवार नियोजन के अस्थाई और सुरक्षित संसाधन हैं।
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें।
– बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
– हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके।
– घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें।जनसंख्यानियंत्रणकेलिएपरिवारनियोजनसंसाधनअपनाएं