March 4, 2022

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महिला चरखा समिति कन्या उच्च विद्यालय मोगलपुरा वित्त रहित स्कूल मान्यता रद्द किए जाने को लेकर प्रदर्शन किया गया।

महिला चरखा समिति कन्या उच्च विद्यालय मोगलपुरा वित्त रहित स्कूल मान्यता रद्द किए जाने को लेकर प्रदर्शन किया गया

सनोवर खान / मो0 मोख्तार

पटना सिटी: महिला चरखा समिति कन्या उच्च विद्यालय मोगलपुरा वित्त रहित स्कूल मान्यता रद्द किए जाने को लेकर स्कूल प्रांगण मे लगभग 450 छात्रा के साथ स्कूल के प्रिंसिपल कनक लता, निगम पार्षद श्रीमती शोभा देवी, पूर्व पार्षद बलराम चौधरी, सेवानिवृत्त शिक्षक श्री भागीरथ झा, शरीफ अहमद रंगरेज ,एजाजुद्दीन उर्फ सानू, मुकेश कुमार सिन्हा आदि ने घंटों प्रदर्शन कर सरकार के इस नीति के विरोध में प्रदर्शन किया प्रदर्शन कर रहे लोगों ने तुगलकी फरमान वापस लो पुराने शिक्षा नीति लागू करो छात्रों के शिक्षा के साथ खिलवाड़ करना बंद करो! के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करो आदि नारे लगा रहे थे कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व निगम पार्षद बलराम चौधरी ने कहा कि इस स्कूल के 40 वर्ष होने जा रहे हैं इस स्कूल का निर्माण लोक नायक जय प्रकाश नारायण की पत्नी श्रीमती प्रभावती देवी के आदेश से इस स्कूल का स्थापना की गई थी स्कूल के पोषक क्षेत्र के मुताबिक अनु जाति,अति पिछड़ा,पिछड़ा सामान्य गरीब छात्राओं के शिक्षक के उत्थान एवं पोषक क्षेत्र के मानक के मुताबिक स्कूल की स्थापना की गई थी उस समय के लोकनायक जयप्रकाश नारायण के सेक्रेटरी सावित्री देवी ने 15 कट्ठा में से इस स्कूल को 8 कट्ठा 15 धूर इस स्कूल को बिहार के तत्कालीन राज्यपाल महोदय को निबंधन किया था और शेष जमीन मध्य विद्यालय मोगलपुरा को दी गई थी!यह जमीन आचार्य विनोबा भावे जी के ट्रस्ट को जमीन भूदान आंदोलन में मिली थी!
निगम पार्षद श्रीमती शोभा देवी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा यह साबित होता है कि छात्राओं का भविष्य कहां ले जाना चाहते हैं! यथाशीघ्र के निर्णय को वापस लेने की मांग की! प्रिंसिपल श्रीमती कनक लता ने कहा कि यह स्कूल शिक्षा ग्रहण कर रहे 450 छात्राएं एवं 9 शिक्षक के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है स्कूल समाजसेवियों एवं सरकारी अनुदान से चलाई जाती है पिछले 6 वर्षों से सरकारी अनुदान मिलना बंद हो गया है एक तरफ सरकार 15 कट्ठा जमीन के मानक के मुताबिक स्कूल के मानवता को रद्द किया है दूसरी तरफ कई सरकारी स्कूल जो एक कट्ठा और 2 कट्ठा जमीन पर भवन बनाकर स्कूल चलाया जा रहा है यह सरकार की दोहरी नीति है फूल के स्थापना समय के पुराने शिक्षक श्री भागीरथ झा ने कहा कि इस स्कूल से अभी तक 40 वर्षों में 30,000 छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर चुकी है ऐसे में सरकार की जो शिक्षा नीति है पूरी तरह से गलत है सरकार यथाशीघ्र इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा ! बड़ी संख्या में छात्रों ने भी रोष प्रकट करते हुए सरकार के खिलाफ नारा लगा रहे थे।

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