कोरोना को लेकर सी एम ने की बैठक ग्रामीण स्तर पर जगरूकता करने को दिया निदेश
*कोरोना को लेकर सी एम ने की बैठक ग्रामीण स्तर पर जगरूकता करने को दिया निदेश*
*मास्क,सामाजिक दूरी,अनावश्यक भीड़ न करने हेतु किया जाए लोगों को जगरूक*
दरभंगा : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना के संक्रमण के रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदम के लिए जिलाधिकारियों से फीडबैक लेने हेतु बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में ऑनलाइन बैठक की गई। बैठक में बिहार सरकार के सभी विभाग के अपर मुख्य सचिव,प्रधान सचिव,सचिव,प्रमंडलीय आयुक्त,पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उप महानिरीक्षक,डीएम,एसएसपी,एसपी,सभी मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट एवं सभी सिविल सर्जन उपस्थित थे। बैठक में सर्वप्रथम स्वास्थ्य विभाग,बिहार सरकार के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा कोरोना संक्रिमतों के इलाज के लिए उपलब्ध व्यवस्था,टीकाकरण की स्थिति,कोरोना टेस्टिंग,एवं एक्टिव केस के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज की तिथि में बिहार में लगभग 4 हजार 600 एक्टिव केस हैं। 17 अप्रैल को 8 हजार 556 पॉजिटिव मामले मिले।कोरोना के इलाज के लिए बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज एवं जिलों में अवस्थित डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल,डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर,कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं।उन्होंने जिलावार उपलब्ध आईसीयू में एवं भेंडीलेटर युक्त बेडों की संख्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।इसके उपरांत सभी जिलाधिकारी से उनके जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा उनके इलाज के लिए उपलब्ध व्यवस्था,ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता,सैम्पल जांच एवं टीकाकरण का फीडबैक प्राप्त किया गया। साथ ही संक्रमण को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदम हेतु सुझाव भी प्राप्त किया गया। लगभग सभी जिलाधिकारियों ने ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने की आवश्यकता बतायी।कई जिलाधिकारी ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट देर से उपलब्ध होने की जानकारी दी। कई ने भेंडीलेटर चलाने हेतु तकनीकी कर्मचारी की मांग की तथा स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिलाने की आवश्यकता बतायी। तथा कोरोना के इलाज के लिए रेमडीशिविर के साथ अन्य दवाओं को भी अन्य राज्यों की तरह सम्बद्ध करने की आवश्यकता बतायी।वही दरभंगा से जिलाधिकारी डॉ.त्यागराजन एस.एम ने बताया कि दरभंगा में ऑक्सीजन गैस आपूर्ति का प्लांट है इसलिए यहाँ पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन गैस आपूर्ति है। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल के बाद जिले में 381 पॉजिटिव मामले मिले हैं। अन्य राज्य से आने वाले लोगों का सर्वे कराया गया है। वैसे 359 गांव चिन्हित किए गए हैं जहां कोरोना की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट 24 से 36 घंटे के अंदर मिल जाती है। डीएमसीएच में ऑक्सिजन युक्त 120 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है तथा आईसीयू में 07 बेड उपलब्ध हैं।डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल 200 बेड का परीक्षा भवन में बनाया गया है जिनमें 100 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं।
जिले के 18 में से 14 प्रखंडों में कोविड केअर सेंटर बनाया गया है। जहाँ कुल 388 बेड उपलब्ध हैं जिनमें 119 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं। जिले के 16 प्रमुख निजी अस्पतालों को भी कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए डीएमसीएच से सम्बद्ध किया गया है। जिनमें 314 बेड ऑक्सीजन युक्त उपलब्ध है तथा 38 बेड भेंडीलेटर युक्त हैं। शहरी क्षेत्र के 36 वार्डों में कोरोना का संक्रमण है जहां शिविर लगाकर टीकाकरण कराया जा रहा है।जिलाधिकारी ने आकस्मिक,आवश्यक वस्तुओं एवं वाहनों को छोड़कर 10 से 12 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का सुझाव दिया। ताकि कोरोना का चेन तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन के बदले कंटेनमेंट जोन बनाया जाए।उन्होंने कहा कि दरभंगा बाढ़ प्रभावित जिला है और बाढ़ निरोधक कार्य एवं बाढ़ राहत कार्य में 18 वर्ष से ऊपर के बहुत सारे कर्मी लगाए जाते हैं। उनका टीकाकरण किया जाना अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि जिले में 82 रेमडीशिविर उपलब्ध हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कोरोना से मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये अनुदान में दिए जाते हैं लेकिन,कई परिजन अंत्येष्टि के लिए आगे नहीं आते हैं। अगर वैसे परिजनों को अनुदान की राशि पर प्रतिबंध लगाया जाए तो ऐसी घटना नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को प्राप्त सुझाव के अनुसार व्यवस्था करने के निर्देश दिए और सभी जिलाधिकारी को कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान आवश्यक है। सभी लोग मास्क का प्रयोग करें,सामाजिक दूरी बनाकर रखें,अनावश्यक भीड़ ना लगावें। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष की तरह पंचायती राज विभाग,बिहार एवं नगर एवं आवास विभाग,बिहार को सभी लोगों के बीच मास्क का वितरण के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में दरभंगा से मिथिला क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार,डीएमसीएच के अधीक्षक,डीएमसीएच के प्राचार्य,क्षेत्रीय अपर निदेशक,स्वास्थ्य सेवाएं,सिविल सर्जन,उप निदेशक जन संपर्क,पुलिस उपाधीक्षक नगर,डीपीएम विशाल कुमार,यूनिसेफ के ओंकार चंद्र उपस्थित थे।