अक्षय नवमी पर आज आंवला वृक्ष के पास बनेगी खिचड़ी
1 min readअक्षय नवमी पर आज आंवला वृक्ष के पास बनेगी खिचड़ी
महुआ। नवनीत कुमार
अक्षय नवमी बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन आंवला वृक्ष के पास खिचड़ी बनाकर प्रसाद के रूप में खाने की परंपरा है। बताया गया कि अक्षय नवमी के दिन आंवला वृक्ष के नीचे खिचड़ी बनाकर खाने से तन-मन निरोग होता है।
अक्षय नवमी के पूर्व संध्या पर मंगलवार को छठ प्रति द्वारा आंवले वृक्ष के नीचे खिचड़ी बनाने की तैयारी की गई। वह नहा धोकर पवित्रता के साथ आंवला वृक्ष के पास मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी के जलावन से खिचड़ी बनाकर आंवले की चटनी के साथ परिजनों को खिलाएंगे। बताया गया है कि माता लक्ष्मी पृथ्वी की परिक्रमा करने के लिए जब पहुंची तो भगवान विष्णु और शंकर की पूजा एक साथ की। विष्णु भगवान को तुलसी और भगवान शंकर को बेलपत्र बहुत ही प्रिय है। जबकि इन दोनों वृक्षों के सारे गुण आंवले के वृक्ष में मौजूद है। इस कारण देवी लक्ष्मी ने आज के दिन आंवले की पूजा की ताकि भगवान शंकर और विष्णु प्रसन्न हो जाएं। बताया गया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आंवले के पेड़ में विद्यमान रहते हैं। इस कारण आंवले वृक्ष की पूजा की जाती है। यह भी बताया गया कि आमला में सारे गुणों का सार है। इसके नीचे खिचड़ी बनाकर आंवले की चटनी के साथ खाने से आदमी निरोग होता है।