February 12, 2023

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ज्ञान ज्योति गुरुकुलम विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

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ज्ञान ज्योति गुरुकुलम के विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

रिपोर्ट सुधीर मालाकार ,महुआ वैशाली

वैशाली !महुआ, ज्ञान ज्योति गुरुकुलम, सिंघाड़ा के वार्षिकोत्सव समारोह का उद्घाटन करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई के सांसद चिराग पासवान ने कहा कि हमारे भारतीय सभ्यता संस्कृति में गुरूकुलीय परंपरा की बहुत ही अहम भूमिका रही है ।रक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास संभव है ।उन्होंने कहा कि हाजीपुर वैशाली से हमारा आत्मीय संबंध है, क्योंकि हमारे पूज्य पिताजी स्वर्गीय रामविलास पासवान ने इसी धरती से दो-दो बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में नाम दर्ज कराया था। उन्होंने इसे मां के दर्जा दिया था, इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि यहां के हर सुख दुख में भाग लेकर उनके आदर्शों का पालन करते रहे। उन्होंने कहा कि बिहार विकसित राज्य के दर्जा में आ सकता लेकिन इसके लिए आवश्यकता है आपसी भाईचारा, एकता की, लेकिन दुर्भाग्यवश आज समाज में जातिवाद ,धर्म बाद का जहर घोल करके एक दूसरे को अलग किया जा रहा है ।जो कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है।उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों पर जबरदस्ती शिक्षा न थोपे बल्कि उनके मनोनुकूल शिक्षा का क्षेत्र का चुनाव करें। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों के बधाई देते हुए कहा कि यह बच्चे कल के भारत हैं, इनका संरक्षण आवश्यक है ।इस मौके पर पातेपुर भाजपा विधायक लखेंद्र रोशन ,लालगंज भाजपा विधायक संजय सिंह ,महनार के पूर्व विधायक अच्युतानंद सिंह, जहानाबाद के पूर्व सांसद डा अरुण कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने समारोह को संबोधित किया ।समारोह में महुआ से लोजपा के पूर्व प्रत्याशी संजय सिंह, मोहम्मद इरशाद, हर्षवर्धन कुमार ,श्रीकांत पासवान, गीता कुशवाहा ,विज्ञान स्वरूप सिंह ,जगरनाथ चौधरी के अलावे अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में ज्ञान ज्योति गुरुकुलम के चारों शाखा के विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। आगत अतिथियों का सम्मान व स्वागत संस्थान के निदेशक अजीत कुमार आर्य तथा अभय कुमार आर्य ने किया ।इस मौके पर विद्यालय के बच्चों द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिसे लोगों ने खूब सराहा।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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