कहीं पर पत्ते, कूड़े तो कहीं पर कार्टन और टूटे-फूटे उपस्कर जलाकर ठंड से निजात पाने की लोग कर रहे कोशिश
1 min readकहीं पर पत्ते, कूड़े तो कहीं पर कार्टन और टूटे-फूटे उपस्कर जलाकर ठंड से निजात पाने की लोग कर रहे कोशिश
महुआ। रेणु सिंह
शुक्रवार को कोहरे के साथ ठंड में थोड़ा इजाफा हुआ तो गांव से लेकर नगर तक लोगों के लिए अलाव सहारा बना। जगह-जगह लोग अपने स्तर से अलाव जलाकर ठंड से निजात पाने की कोशिश की। ठंड बढ़ने के कारण बाजार में भी सन्नाटा सा रहा।
यहां लोग सुबह से ही लोग ठंड से निजात पाने के लिए अलाव जलाकर बैठ गए। यह अलाव दिन भर जलता रहा। जिससे दोपहर शाम और रात तक लोगों के लिए यह अलाव ठंड से बचने के लिए सहारा बना। गांव के गरीब बस्तियों से लेकर विभिन्न लोगों के दरवाजे और नगर में विभिन्न जगहों पर लोग अलाव जलाकर उसके पास बैठे रहे। कहीं पर कूड़े, पत्ते तो कहीं कार्टन और पुराने उपस्कर की लकड़ियों को अलाव जलाकर लोगों ने ठंड से निजात पाने की कोशिश की। महुआ बाजार के कुछ जगहों पर लोग टायर जलाकर उसके पास बैठे रहे तो कहीं कार्टन, कूट आदि को जलाकर लोग तापते रहे। महुआ बाजार में अलाव के पास बैठे लोगों ने बताया कि इस समय ठंड से बचने का यह एक उत्तम साधन है। अलाव के पास बैठने से ठंड तो दूर भागता ही है, इससे जोड़ों, हड्डियों के दर्द में भी फायदा मिलती है। सड़क किनारे अलाव जलाकर लोग ठंड से निजात पाने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच रोड से आने जाने वाले राहगीर भी अलाव के पास रुक कर ठंड से निजात पर रहे थे। गरीब बस्तियों के लोगों के लिए तो अलाव ठंड से बचने का एक बहुत बड़ा सहारा है।