कोरोना के खिलाफ आधी आबादी का विश्वास पड़ा भारी – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के नाम रहा टीकाकरण – सरकारी के 35 सत्रों पर लगा टीका
1 min readकोरोना के खिलाफ आधी आबादी का विश्वास पड़ा भारी
– अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के नाम रहा टीकाकरण
– सरकारी के 35 सत्रों पर लगा टीका
इंट्रो- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर टीकाकरण के लिए महिलाओं की उमड़ती भीड़ और योगदान ने टीकाकरण की सफलता में उनकी महती भागीदारी दिखाई है। वहीं प्रत्येक केंद्र पर टीकाकरण के प्रति उनकी संवेदना ने समाज के प्रति उनके उस रवैये से भी पर्दा उठाया है जिसमें वह हमेशा से स्वस्थ समाज की उन्नति चाहती हैं।
वैशाली, 8 मार्च | प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे पंडाल। पंडालों में लगे बैलून और खाली कुर्सियां सुबह से ही टीकाकरण के लिए महिलाओं का इंतजार कर रही थी। नौ बजते ही घर की दहलीज लांघ, घूंघट सवांरती महिलाएं टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने लगीं । एक दो की संख्या में आने वाली महिलाएं अब टोलियों में आती दिख रही थी। टीकाकरण रूम से आते वक्त उनके चेहरे पर जो संतोष और मुस्कान थी, वह कोरोना के खिलाफ टीकाकरण की सफलता को लेकर थी । कमोबेश यही द्श्य जिले के सभी प्रखंडों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर टीकाकरण में नजर आया । जिसमें महिलाओं के लिए विशेष टीकाकरण की व्यवस्था की गयी थी। जिले में कुल 35 जगहों पर टीकाकरण सत्र का आयोजन किया गया।
सदर अस्पताल में थी विशेष व्यवस्था
महिलाओं के विशेष टीकाकरण के लिए सदर अस्पताल भी सुसज्जित दिख रहा था। जहां मास्क तथा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए महिलाएं अपनी बारी का इंतजार कर रही थी। टीका लेने के बाद कुछ लोगों ने परिसर मे ही बने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी ली। सदर में टीकाकरण में शामिल होने वाले लोगों में 60 से ऊपर के बुजुर्गों में खास उत्साह देखा गया।
आंगनबाड़ी कर्मियों में दिखा उत्साह
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ ललन कुमार राय ने बताया कि महिलाओं के लिए विशेष टीकाकरण सत्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच काफी उत्साह देखा गया। विभाग की तरफ से भी उनसे अपील की गयी थी कि जिनका भी सेकेंड डोज का टीका छूटा हुआ है वह महिला दिवस के दिन आकर टीका ले सकती हैं। टीकाकरण के प्रति उन्हें प्रथम चरण से ही विश्वास था। बहुत सारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने आस-पास की महिलाओं को भी अपने साथ टीकाकरण कराया।
आम लोगों ने भी लिया टीका
महिलाओं के साथ आम लोागों के लिए भी टीकाकरण चालू रहा। जिसमें लोगों ने खूब हिस्सा लिया। निजी अस्पतालों को छोड़ सभी टीकाकरण सत्रों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा थी। जहां पहचान पत्र लाकर टीका लिया जा सकता था। वहीं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में स्थान और समय दोनों को चुनने की आजादी टीका लेने वाले व्यक्ति को थी।