January 31, 2022

NR INDIA NEWS

News for all

कोविड से मृत व्यक्तियों के परिजनों के बीच डीएम ने वितरित की अनुदान राशि/रिपोर्ट नसीम रब्बानी

1 min read

कोविड से मृत व्यक्तियों के परिजनों के बीच डीएम ने वितरित की अनुदान राशि

90 लाभुको के बीच 4 करोड़ 5 लाख रुपये का वितरण

– कोविड के बचाव को टीकाकरण व मास्क लगाना है जरूरी
– जिले में कोविड के मामलों में आ रही है कमी


मोतिहारी, 31 जनवरी । जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा सोमवार को डॉ राधाकृष्णन सभागार में कोविड-19 संक्रमण से मृत व्यक्ति के परिजन को अनुग्रह अनुदान राशि की स्वीकृति पत्र प्रदान की गई । मुख्यमंत्री राहत कोष बिहार एवं जिला प्रशासन ,पूर्वी चंपारण के सौजन्य से जिला आपदा विभाग द्वारा कोविड-19 संक्रमण से मृत व्यक्ति के परिजन को अनुग्रह अनुदान की राशि प्रति लाभुक को 4 लाख 50 हजार की दर से स्वीकृत 90 लाभुकों के बीच लगभग 4 करोड़ 05 लाख रुपए वितरित किए गए । जिलाधिकारी ने बताया कि अनुग्रह अनुदान की राशि 2 से 3 दिनों के अंदर लाभुकों के खाते में सीएफएमएस के माध्यम से हस्तांतरित कर दी जाएगी । जिला आपदा विभाग द्वारा पूर्व में जिलेभर में कोविड-19 संक्रमण से मृत व्यक्ति के परिजन को 355 लाभुकों के लगभग 16 करोड़ रुपए राशि का वितरण किया जा चुका है । जिलाधिकारी ने लाभुकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस राशि का सदुपयोग करें।

– कोविड के मामलों में आ रही है कमी,फ़िर भी सावधानी है जरूरी;
जिलाधिकारी ने कहा जिले में पहले की अपेक्षा कोविड के मामलों में बहुत ही ज्यादा कमी देखी जा रही है। शनिवार को जिले में 30 कोविड के केस आए हैं। जिले में एक्टिव केस 452 हैं। वही होम आइसोलेशन के मामले भी कम हैं। लोग जल्द ही ठीक हो रहे हैं। पॉजिटिव दर 0.93 है ।
परन्तु कोविड19 के प्रभाव को अभी भी देखा जा रहा है। लोग अभी भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए कोविड के प्रति अभी भी सावधानी बरतनी आवश्यक है।
– कोविड से बचाव को टीकाकरण व मास्क लगाना है जरूरी;
डीएम ने कहा कि कोविड से बचाव को टीकाकरण के साथ मास्क जरूर लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे,
– जागरूकता के साथ हो रहा है टीकाकरण;
कोविड महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह लोगों को जागरूक करते हुए टीकाकरण कर रही है। जिसके कारण लोग कोविड से सुरक्षित हो रहे हैं।कोविड से बचने के लिए दोनों डोज़ का टीकाकरण कराया जाना जरूरी है ।
डीएम ने बताया कि जिले भर में कोरोना के मामलों के मद्देनजर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु सदर हॉस्पिटल,मोतिहारी में कोविड19 जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।जिला नियंत्रण कक्ष पर कोविड के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उक्त कंट्रोल रूम 24×7 संचालित है। नियंत्रण कक्ष द्वारा आम लोगों की सूचना पर तुरंन्त कार्रवाई की जाएगी । समस्याओं के सुझाव हेतु कोविड-19 कंट्रोल रूम , मोतिहारी टॉल फ्री नंबर 18003456624 एवं दूरभाष संख्या 06252 242004 पर संपर्क कर सकते हैं ।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता आपदा , वरीय पदाधिकारी आपदा , विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा के साथ साथ सभी संबंधित लाभुक उपस्थित थे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.