बच्चों की उपस्थिति में सुधार के लिए शिक्षक अभिभावक की हुई बैठक
1 min readबच्चों की उपस्थिति में सुधार के लिए शिक्षक अभिभावक की हुई बैठक
बैठक में बच्चों की पठन-पाठन, रहन-सहन और पाठ्य पुस्तकें से लेकर विभिन्न विभिन्न विषयों को लेकर लोगों ने रखे सवाल
महुआ। रेणु सिंह
स्कूल में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति लाने और उनके अभिभावकों से पारस्परिक संबंध बनाने को लेकर गुरुवार को यहां विभिन्न प्राथमिक और उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में वर्ग 1 से लेकर 3 तक के बच्चों के अभिभावक व शिक्षक की गोष्ठी हुई। जहां पर बच्चों के पठन-पाठन, रहन-सहन, खेलकूद, पाठ्य पुस्तकें से संबंधित विभिन्न विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। इस गोष्ठी में अभिभावकों ने भी खुलकर बातें रखी।
यहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय मकसूदपुर ताज में शिक्षक अभिभावक गोष्ठी में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अर्चना कुमारी भी पहुंची। जहां पर बच्चों के उपस्थिति, पठन-पाठन पर विशेष रूप से चर्चा की गई। यहां आनंदशाला का उद्घाटन भी किया गया। गोष्ठी में शिक्षकों ने अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि अभिभावक के सक्रिय होने पर ही बच्चों की उपस्थिति में सुधार हो सकती है। यहां पर बीईओ अर्चना कुमारी ने फीता काटकर आनंदशाला कक्ष का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक अशर्फी दास, जनप्रतिनिधि, माता समिति के सदस्य आदि उपस्थित थे। उधर मध्य विद्यालय मिर्जानगर में पंकज कुशवाहा के नेतृत्व में शिक्षक अभिभावक गोष्ठी भी जहां पर श्री कुशवाहा ने बच्चों की उपस्थिति में सुधार लाने के लिए अभिभावकों को पारस्परिक संबंध बनाने को कहा। इस तरह महुआ के सभी 182 प्राथमिकक्ष उत्क्रमित मध्य विद्यालय मैं वर्ग 1 से 3 तक के बच्चों के अभिभावक और शिक्षकों के बीच गोष्ठी आयोजित की गई। बैठक में अभिभावकों ने भी बच्चों की पढ़ाई से संबंधित अपनी बातों को रखा। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी विद्यालयों में शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें तो बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो सकता है। उन्होंने शिक्षकों को अपने कार्य के प्रति वफादारी रखने और शिक्षा सुधार के लिए स्कूल में सही तरीके से पठन-पाठन करने की नसीहत दी।