July 31, 2021

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जहांगीरपुर सलाखन्नी (दक्षिणी) उत्क्रमित मध्य विद्यालय में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन शांतिपूर्ण संपन्न । रिपोर्ट सुधीर मालाकार

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जहांगीरपुर सलाखन्नी (दक्षिणी) उत्क्रमित मध्य विद्यालय में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन शांतिपूर्ण संपन्न । रिपोर्ट सुधीर मालाकार महुआ (वैशाली) प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति के गठन को लेकर जहां पर विद्यालय अखाड़ा बना हुआ है , वही प्रखंड क्षेत्र के जहांगीरपुर सलखन्नी (दक्षिणी) उत्क्रमित मध्य विद्यालय में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन शांति पूर्ण रुप से संपन्न हो गया । सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अभिभावक एवं पोषक क्षेत्र के विद्यालय मैं अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं की माताएं भाग लेकर सचिव सहित विभिन्न पदों के लिए सर्वसम्मति से चयन प्रक्रिया पूर्ण की । विद्यालय शिक्षा समिति का गठन विद्यालय के अध्यक्ष वार्ड सदस्य मनोज कुमार चौधरी की अध्यक्षता तथा विद्यालय के प्रधान अनिरुद्ध कुमार सिंह के संचालन में स्थानीय अभिभावकों एवं माताओं की सर्वसम्मति से विद्यालय शिक्षा समिति का गठन किया गया । बैठक में पर्यवेक्षक के रुप में हरिश्चंद्र पासवान उपस्थित थे ।जिनकी निगरानी में गठन की सारी प्रक्रिया पूर्ण हुई। विद्यालय प्रधान अनिरुद्ध कुमार सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा निर्देशित नियमावली के अनुसार सभी कोटी के माताओं का चयन सर्वसम्मति से किया गया तथा सबो की एक राय से विद्यालय के पोषक क्षेत्र के श्रीमती भवानी देवी का चयन सचिव के रूप में की गई । इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं जिसमें ब्रजेश कुमार ,फैज अहमद , पूनम कुमारी ,अर्चना कुमारी, टोला सेवक रतन सादा, सीता देवी सहित दर्जनों अभिभावक एवं माताएं उपस्थिति थी। इस मौके पर शिक्षिका बंदना रानी भगत ने विद्यालय शिक्षा समिति के अधिकार एवं कर्तव्य पर प्रकाश डाला । सर्वसम्मति से गठित विद्यालय शिक्षा समिति में चयनित सभी माताओं को स्थानीय जनप्रतिनिधि अभिभावकों एवं शिक्षाविदों ने विद्यालय के विकास हेतु अपना योगदान करने की मंगल कामनाओं के साथ शुभकामनाएं व बधाई दी ।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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